मैं अपनी दोस्ती को शहर में रुसवा नहीं करता, लड़की के होटों पे नहीं कागज के नोटो पे ध्यान दो कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं। त�
मैं अपनी दोस्ती को शहर में रुसवा नहीं करता, लड़की के होटों पे नहीं कागज के नोटो पे ध्यान दो कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं। त�